Basic Science: एक लीटर पानी का वजन एक किलो, मगर एक लीटर घी का वजन 910 ग्राम क्यों?

Basic Science: एक लीटर पानी का वजन एक किलो, मगर एक लीटर घी का वजन 910 ग्राम क्यों?

Basic Science: एक लीटर पानी का वजन एक किलो, मगर एक लीटर घी का वजन 910 ग्राम क्यों?

1 लीटर में कितने ग्राम

Basic Science: पेट्रोल, डीजल, घी, सरसों का तेल या फिर पानी… ये कुछ ऐसे तरल पदार्थ हैं, जिनको लेकर पूछ दिया जाए कि आप इन्हें किलो या फिर लीटर के भाव में खरीदना पसंद करेंगे तो आप सोच में पड़ जाएंगे. इन सवालों का जवाब आसान तो है लेकिन उनके लिए जिन्हें आज भी अपनी पांचवीं की साइंस याद है. चलिए, इस सवाल पर आगे बढ़ते हैं. जवाब देने से पहले हम आपसे पूछते हैं कि खाने के तेल-घी की अधिकतर बोतलों पर एक लीटर और ब्रैकेट में 910g क्यों लिखा रहता है. इसी तरह जब आप एक किलो घी या तेल खरीदेंगे तो डब्बे पर ब्रैकेट में 1.1 लीटर भी लिखा मिलेगा. लेकिन, यही बात पानी की बोतल पर लागू नहीं होगी. जब आप एक लीटर पानी खरीदेंगे तो उसका वजन भी एक किलो मिलेगा. ऐसा क्यों?

दरअसल, हमें साइंस के तीन टर्म वैलूम, मास और डेंसिटी को समझना होगा. जब हम किसी तरल पदार्थ को लीटर में मापते हैं तो यह उसका वौलूम होता है. इसको आप मात्रा भी कह सकते हैं. इसे एक मापक से मापा जाता है. वौलूम को लीटर या मिली लीटर में मापा जाता है. फिर जब हम किसी तरल पदार्थ का भार करते हैं तो वह ग्राम या किलो ग्राम में होता है. इस तरह पानी एक ऐसा तरल पदार्थ है जिसका भार और वौलूम दोनों करीब-करीब एक समान होता है. इस तरह एक लीटर पानी, एक किलो पानी बराबर होगा. दूध भी ऐसा ही होता है. दूध का भी भार और वौलूम एक समान होता है. इसी कारण आपने देखा होगा कि दूध और पानी आपस में पूरी तर मिल जाते हैं.

वौलूम और भार का खेल लेकिन, यह बात सभी तरल पदार्थों पर लागू नहीं होती. जब आप घी या खाने का तेल खरीदते हैं तो लीटर में यानी उसका वौलूम एक लीटर होगा, लेकिन जब आप वजन करेंगे तो वह एक किलो से कम मिलेगा. यही उस पदार्थ की खास विशेषता है. साइंस की भाषा में इसे डेंसिटी कहा जाता है. पानी की तुलना में खाने के तेल या घी की डेंसिटी कम होती है. एक तरह आप इसे कह सकते हैं कि तेल और घी का फैलाव ज्यादा होता है. तेल-घी, पानी की तुलना में ज्यादा जगह लेते हैं. इस तरह जब आप एक समान आकार के बर्तन में इन दोनों चीजों को रखेंगे तो दोनों का वौलूम तो बराबर होगा लेकिन दोनों का वजन अलग-अलग होगा.

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एक लीटर पेट्रोल का भार 770 ग्राम! अब आते हैं पेट्रोल पर. पेट्रोल के बारे में भी यही फॉर्मूल काम करता है. पेट्रोल की डेंसिटी पानी की तुलना में ज्यादा होती है. ऐसे में पेट्रोल का भार, पानी की तुलना में कम होगा. यही कारण है पेट्रोल, घी या खाने का तेल… इन चीजों को पानी में मिलाएंगे तो ये पानी की सतह पर तैरने लगते हैं. क्योंकि पानी की तुलना में इनका भार कम होता है.

रही बात पेट्रोल के भार की तो एक लीटर पेट्रोल का भार 770 ग्राम और डीजल का भार 832 ग्राम होता है. एक लीटर घी-खाने का तेल का भार करीब 910 ग्राम होता है. ऐसे में जब आपको विकल्प दिया जाए कि आप पेट्रोल 100 प्रति लीटर के भाव से या फिर 100 रुपये प्रति किलो के भाव से खरीदना पसंद करेंगे तो फायदे का सौदा 100 रुपये प्रति किलो वाला होगा. वैसे पेट्रोल आम तौर पर लीटर के भाव में ही बिकता है. अगर आपने 100 रुपये में एक किलो पेट्रोल खरीद लिया तो आपको वौलूम में यह करीब 1.30 लीटर बैठेगा. तो है न यह फायदे का सौदा.

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This post was last modified on November 18, 2024 9:10 am