क्या प्रेग्नेंसी में ब्लीडिंग होना नॉर्मल है? जानें डॉक्टर की राय

क्या प्रेग्नेंसी में ब्लीडिंग होना नॉर्मल है? जानें डॉक्टर की राय

क्या प्रेग्नेंसी में ब्लीडिंग होना नॉर्मल है? जानें डॉक्टर की राय

३ महीने की प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग होना

प्रेग्नेंसी में ब्लीडिंग कब होती है- Causes Of Bleeding Pregnancy In Hindi

एक्सपर्ट्स की मानें, तो प्रेग्नेंसी के शुरुआती तीन महीनों में हल्की स्पॉटिंग या ब्लीडिंग होना नॉर्मल होता है। इसको लेकर ज्यादा चिंता करने की जरूर नहीं होती है। हालांकि, प्रेग्नेंसी में ब्लीडिंग होने की कई वजहें हो सकती हैं, जैसे सेक्स करना, इंफेक्शन होना, हार्मोन में बदलाव और यूटरस में बदलाव होने के कारण भी ब्लीडिंग हो सकती है। प्रेग्नेंसी में कुछ टेस्ट किए जाते हैं, जैसे एमनियोसेंटेसिस या कोरियोनिक विलस सैंपलिंग (सीवीएस)। ये टेस्ट बच्चे में जेनेटिकल प्रॉब्लम्स के बारे में जानने के लिए की किए जाते हैं। ये कुछ ऐसी बातें हैं, जिनकी वजह से प्रेग्नेंसी के दौरान ब्लीडिंग या स्पॉटिंग हो, तो यह चिंता का विषय नहीं बनता है। वहीं, कभी-कभी ब्लीडिंग होने की कुछ वजहें ऐसी होती हैं, जो सही नहीं है। इसमें मिसकैरिज, एक्टोपिक प्रेग्नेंसी और मोलार प्रेग्नेंसी शामिल है। इस तरह की प्रेग्नेंसी होने पर गर्भवती महिला को तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और अपना ट्रीटमेंट करवाना चाहिए। इसे बिल्कुल भी हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। इसके अलावा प्रेग्नेंसी की अंतिम तिमाही में प्रीटर्म लेबर, प्लेसेंट प्रेविया, प्लेसेंटा एक्रीटा जैसी समस्या होने पर भी ब्लीडिंग हो सकती है। ऐसे मामलों में भी डॉक्टर के पास जाने में देरी नहीं करनी चाहिए।

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This post was last modified on November 21, 2024 9:06 pm