Direct Selling क्या हैं ? एक ऐसा व्यापार मॉडल है जिसमें उत्पाद या सेवाओं को सीधे उपभोक्ताओं तक पहुँचाया जाता है, बिना किसी बिचौलिये (जैसे कि खुदरा स्टोर) के। इस मॉडल में कंपनियाँ अपने उत्पादों को सीधे उपभोक्ताओं तक बेचने के लिए स्वतंत्र विक्रेताओं या डिस्ट्रीब्यूटर्स का उपयोग करती हैं। Direct Selling कैसे काम करती है? विक्रेता बनें : सबसे पहले, कोई व्यक्ति कंपनी का विक्रेता बनता है। वह अपने दोस्तों, परिवार और नेटवर्क के ... Xem chi tiết
शिक्षा
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए एक्सरसाइज
आँखें वो खिड़कियां हैं जिनके ज़रिए हम दुनिया की खूबसूरती को देखते और अनुभव करते हैं। ये हमारे शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक हैं। यही हमारे जीवन में सवेरा लाती हैं और रोजाना ज़िन्दगी की सुंदरता से हमें रूबरू कराती हैं। हालाँकि, आँखें होने के साथ-साथ उनका स्वस्थ होना भी आवश्यक है। बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्हें कुछ समस्याओं के कारण उनके आँखों की रोशनी कम हो जाती है। परिणामस्वरूप, उन्हें पास या दूर की चीजें देखने में परेशानी होती ... Xem chi tiết
10 Muhavare in Hindi | 10 मुहावरे और उनके अर्थ वाक्य प्रयोग
‘मुहावरा’ शब्द अरबी भाषा का है जिसका अर्थ ‘अभ्यास होना’ या आदी होना’ होता है। इस प्रकार मुहावरा शब्द अपने-आप में स्वयं मुहावरा है, क्योंकि यह अपने सामान्य अर्थ को छोड़कर असामान्य अर्थ प्रकट करता है। 10 Muhavare in Hindi वाक्य प्रयोग के साथ यहां दिए गए हैं : 1. मुहावरा: आँख का तारा, आँख की पुतलीअर्थ: बहुत प्यारावाक्य प्रयोग: यह बच्चा मेरी आँखों का तारा है। 2. मुहावरा - खून का प्यासाअर्थ : जानी दुश्मन होनावाक्य प्रयोग - उसकी ... Xem chi tiết
संज्ञा के 10 उदाहरण: संज्ञा की परिभाषा, उदाहरण और भेद
संज्ञा भाषा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु या भाव का नाम बताती है। संज्ञा के माध्यम से हम अपने विचारों और भावनाओं को स्पष्टता से व्यक्त कर सकते हैं। हिंदी भाषा में संज्ञा को विभिन्न प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है, जैसे व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, और भाववाचक संज्ञाएँ। संज्ञा के 10 उदाहरणों में “राज” एक व्यक्तिवाचक संज्ञा है, जबकि “किताब” एक जातिवाचक संज्ञा है। इसके अतिरिक्त, “खुशी” एक भाववाचक संज्ञा ... Xem chi tiết
जातिवाचक संज्ञा के 100 उदाहरण : क्या है जातिवाचक संज्ञा? 100 उदाहरणों के साथ जानें इसके उपयोग और महत्त्व
जातिवाचक संज्ञा के 100 उदाहरण : भाषा को समझने और व्यक्त करने में संज्ञा का विशेष स्थान है। संज्ञा के विभिन्न प्रकारों में जातिवाचक संज्ञा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह हमें वस्तुओं, स्थानों, और व्यक्तियों की पूरी श्रेणी को नाम देने में मदद करती है। उदाहरण के तौर पर, “पक्षी,” “पशु,” “पेड़” आदि सभी जातिवाचक संज्ञा हैं, जो किसी विशेष नाम के बजाय पूरे समूह को दर्शाती हैं। इस ब्लॉग में, हम जातिवाचक संज्ञा की परिभाषा, उसके ... Xem chi tiết
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भगवान विष्णु ने राक्षसों के संहार के लिए भगवान शिव की आराधना के लिए भगवान शिव के एक हजार नाम जप कर कमल के फूल चढ़ाए थे। भगवान शिव ने प्रसन्न हो कर उन्हे सुदर्शन चक्र प्रदान किया था। सुविधा के लिए आइए हम भगवान के इन हजार नामों की सूची बनाएं एक सौ समूहों में शिव, प्रत्येक समूह में दस नाम हैं। (1) शिव, हर, मृदा, रुद्र, पुष्कर, पुष्पलोचन, अर्थिगम्य, सदाचार, शर्व, शंभु।(2) महेश्वरा, चंद्रपीडा, चंद्रमौली, विश्व, विश्वमारेश्वर, ... Xem chi tiết
Colours Name in Sanskrit | रंगों के नाम संस्कृत में
क्या आप रंगों के नाम संस्कृत में खोज रहे है तो आप बिलकुल सही लेख पर आये हैं। यहां आपको Colours Name in Sanskrit रंगों के नाम संस्कृत में और हिंदी, अंग्रेजी में भी मिल जाएंगे। यदि आप जानना चाहते है की लाल रंग को संस्कृत में क्या कहते है? या हरा, नीला, पीला, सफ़ेद, काला, आदि रंगों को संस्कृत में क्या कहते है? तो पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े Colours Name in Sanskrit | संस्कृत में रंगों के नाम क्रम संख्यारंगों के नाम हिंदी मेंरंगों के ... Xem chi tiết
माँ पार्वती के 108 नाम: Maa Parvati Ke 108 Naam | Free PDF Download
By Dr Prabhukar Mishra माँ पार्वती के 108 नाम अर्थ सहित आद्य - प्रारंभिक या फिर वास्तविकता आर्या - यह देवी का नाम है अभव्या - यह नाम भय का प्रतीक है अएंदरी - भगवान इंद्र की शक्ति अग्निज्वाला - यह नाम आग का प्रतीक है अहंकारा - यह नाम गौरव का प्रतीक है अमेया - यह नाम उपाय से परे का प्रतीक है अनंता - यह नाम अनंत का एक प्रतीक है अनंता - इस नाम का अर्थ अनंत है अनेकशस्त्रहस्ता - कई हथियारों को रखने वाली देवी अनेकास्त्रधारिणी - वह ... Xem chi tiết
Solah Somvar Vrat: श्रावण नहीं तो इस मास से रखें सोलह सोमवार का व्रत, जानिए तिथि, पूजा विधि से लेकर उद्यापन विधि तक
Solah Somvar Vrat: शास्त्रों के अनुसार, सोलह सोमवार का व्रत मुख्य रूप से किसी विशेष मनोकामना पूर्ति के लिए रखा जाता है। इसके साथ ही सोलह सोमवार का व्रत रखने से पति को दीर्घायु की प्राप्ति होती है और संतान सुख की प्राप्ति होती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सोलह सोमवार का व्रत खुद पार्वती ने की थी। भगवान शिव को प्राप्त करने के लिए माता पार्वती ने 16 सोमवार व्रत रखकर कठिन तपस्या की थी। सोलह सोमवार का व्रत रखने से व्यक्ति को ... Xem chi tiết
Chapter 317A — Corporate Activity Tax ORS sections in this chapter were amended or repealed by the Legislative Assembly during its 2024 regular session. See the table of ORS sections amended or repealed during the 2024 regular session: 2024 A&R Tables Uncodified sections printed in this chapter were amended or repealed by the Legislative Assembly during its 2024 regular session. See the table of uncodified sections ... Xem chi tiết